सोमवार,5अगस्त2019
विंढमगंज(सोनभद्र)।स्थानीय थाना से सटे मंदिर महावीर जी हनुमान मंदिर के प्रांगण में आज नागपंचमी के पावन पर्व पर पिछले कई दशक से चल रही परंपराओं का निर्वहन करने के लिए मंदिर के पुजारी आनंद कुमार द्विवेदी के द्वारा अखाड़े का पूजन अर्चन अखाड़ा समिति के संयोजक पहलवान बद्री प्रसाद केसरी व रामानंद सागर के नेतृत्व में पूजन अर्चन के बाद इलाके से आए दर्जनों पहलवानों ने कुश्ती दंगल प्रतियोगिता में हाथ मिला कर अपने कलाओं का प्रदर्शन कर पुरस्कार जीते। कुश्ती दंगल शुभारंभ होने के दौरान हनुमान मंदिर अखाड़ा संयोजक बद्री प्रसाद केसरी पहलवान व रामानंद सागर पहलवान के द्वारा क्षेत्र से आए पहलवानों को अखाड़े के चोरा पर पुरस्कार के साथ घुमाया जाने लगा ।घूमते हुए पहलवानों को देखकर दर्शक दीर्घा में खड़े होकर देख रहे पहलवानों ने अखाड़े में पहुंचकर हाथ मिलाया व कुश्ती दंगल प्रतियोगिता में अपना जोर आजमाइश की ।तत्पश्चात अखाड़े के संयोजक के द्वारा रखा गया पुरस्कार 2100 से लेकर 1 ₹11000 तक के पुरस्कार जिते गए आनंद कुमार द्विवेदी मंदिर के पुजारी ने बताया कि इस मंदिर की स्थापना के समय से ही इलाके का एकलौता अखाड़ा का केंद्र हनुमान मंदिर का परिसर रहा है। इस अखाड़े में पड़ोसी राज्य झारखंड के दर्जनों गांव व इलाके के दर्जनों गांव से पहलवानों का जत्था प्रतिदिन यहां आकर रियाज किया करते हैं तथा आज नागपंचमी के पावन पर्व पर कुश्ती दंगल में जोर आजमाइश करके पुरस्कार जीते हैं।
आज से लगभग दो दशक पूर्व इसी अखाड़े में दूर-दूर से पहलवानों का जमावड़ा एक-एक सप्ताह तक लगा रहता था परंतु अब लोगों की रुचि धीरे-धीरे कम होने के कारण लोकप्रियता कम होती जा रही है। फिर भी परंपराओं का निर्वहन करने के लिए हर वर्ष कुश्ती दंगल प्रतियोगिता का आयोजन अखाड़ा संयोजक के द्वारा कराया जाता है तथा हनुमान मंदिर के परिसर में स्थित अखाड़े में हर वर्ष लगभग 1 कुंटल पीसी हुई हल्दी 50 केजी नमक 100 लीटर मट्ठा 25 लीटर सरसों का तेल 10 लीटर मिट्टी का तेल डाल करके इस अखाड़े की मिट्टी को बनाया जाता है ।जो रियाज करने वाले पहलवानों के शरीर को गठीला व मजबूत तथा निरोग बनाए रखता है। आज कुश्ती दंगल प्रतियोगिता के दौरान अमित कुमार केसरी, धर्मेंद्र कुमार हलवाई, उज्जवल कुमार, सनी सिंह, रमेश कुशवाहा सहित दर्जनों लोगों ने कुश्ती दंगल प्रतियोगिता में अपनी अहम भूमिका निभाई।