29 जुलाई 2019
आनन्द कुमार चौबे (संवाददाता)
सोनभद्र । हकीकत में शिक्षा अनमोल है, शिक्षा प्राप्त करने से खुद इन्सान के बहुत सारे मामले सुलझ जाते हैं, शिक्षा से समाज के चतुर्दिक विकास के सभी रास्ते खुले रहते है, शिक्षा के बिना विकसित व अच्छे समाज की कल्पना कभी नही की जा सकती, लिहाजा जिले के हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि हर हाल में स्कूलों में नामांकन के साथ ही अपने बच्चों की उपस्थिति हर संभव कोशिश करके शत् प्रतिशत बच्चों की पढाई लिखाई का कार्य आगे जारी रखते हुए उच्च शिक्षा अवश्य दिलायें ताकि सोनभद्र के बच्चे आगे चलकर प्रदेश व देश का नाम रौशन करें। शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के मकसद से बाला एक्टिविटीज से चित्रकारी के माध्यम बच्चों को शिक्षा देने का कार्य किया जाय, जिससे कि बच्चों को अच्छी शिक्षा देने में मददगार साबित हो सके। इसके लिए पिरामल फाउण्डेशन के प्रतिनिधिगण अपने माध्यम से इन्टर्नशीप करके बच्चों को चित्रकारी व अन्य सहजता तरीके से शिक्षा देने में भी अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभायें। उक्त बातें जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित नीति आयोग द्वारा संचालित पिरामल फाउण्डेशन के तहत जिले में शिक्षा स्तर को और बेहतर बनाने के मकसद से आयोजित बैठक में कही। जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐसा सिस्टम बनाया जाय, जिससे बच्चों व उनके अभिभावकगण आगे भविष्य में भी उसी सिस्टम के आधार पर बच्चों के बेहतर शिक्षा को आगे बनायें रखें। पिरामल फाउण्डेशन के तहत जिले में शिक्षा स्तर को और बेहतर तरीके से सुधार एवं बच्चों व उनके अभिभावकों को जागरूक करने के मकसद से शिक्षा क्षेत्र में काम करना इनका उद्देश्य है। शिक्षा के बेहतरी के लिए हर संभव प्रयास किया जाय, ताकि परिषदीय विद्यालयों में गरीब तबके के बच्चों को अच्छी शिक्षा-दीक्षा देकर उन्हें काबिल बनाया जा सके। जिससे कि आने वाले पीढ़ी भी उन बच्चों को देखकर अपने आप ही शिक्षा की ओर आगे बढ़कर अपने भविष्य को संवारने का काम करें।
शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाये जाने के लिए मानीटरिंग सिस्टम का विकास भी पिरामल फाउण्डेशन के सदस्यों द्वारा किया जा रहा है, जिससे कि बच्चों की समस्याओं के साथ-साथ शिक्षकों को भी समस्याओं का हल करना आसान होगा। इस मौके पर जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल, बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ0 गोरखनाथ पटेल, खण्ड शिक्षा अधिकारीगण, पिरामल फाउण्डेशन के सदस्य/प्रतिनिधिगण सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें।